क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है। यह 25 दिसंबर को पड़ता है और इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व में अवकाश रहता है। ईसा मसीह को ईसाई धर्म में परमेश्वर का पुत्र माना जाता है।
- यह वार्षिक क्रिसमस (Christmas) दुनिया भर में ईसाइयों द्वारा मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन ईसा मसीह (Jesus Christ) का जन्म बेथलहम (Bethlehem) नामक शहर में हुआ था।
- ईसाई धर्म में क्रिसमस सबसे बड़ा और सबसे शुभ त्योहार है।
- दुनिया भर के ईसाई अपने निकटतम चर्च में प्रार्थना करने जाते हैं जिसे वे द मास (The Mass) कहते हैं। वे पूजा की रस्म के रूप में घंटियाँ बजाते हैं और मोमबत्तियाँ जलाते हैं।
- सांता क्लॉस (Santa Claus), जिसे फादर क्रिसमस (Father Christmas), सेंट निकोलस, सेंट निक, क्रिस क्रिंगल या सांता के रूप में भी जाना जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि ईसा मसीह का जन्म 25 दिसंबर को हुआ था। हालाँकि बाइबिल की पवित्र पुस्तक में ईसा मसीह के जन्म की कोई विशिष्ट तिथि नहीं बताई गई थी, फिर भी 25 दिसंबर को ईसा मसीह का जन्मदिन मनाने के लिए पहले ईसाई रोमन सम्राट द्वारा क्रिसमस के रूप में नामित किया गया था।
- वर्ष 1870 में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने 25 दिसंबर को संघीय अवकाश के रूप में घोषित किया।
- प्रकाश और नवीनीकरण का प्रतीक इन त्योहारों में प्रकाश, जन्म और नवीनीकरण का उत्सव, ईसाई शिक्षाओं के साथ मेल खाता था, क्योंकि यीशु को अक्सर “दुनिया का प्रकाश” कहा जाता है।
- गोवा और केरल जैसे ईसाई बहुल क्षेत्रों में चर्च सेवाओं, जुलूसों और दावतों के साथ उत्सव भव्य होते हैं।
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