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बाल दिवस (Children's Day) 2024: जानें भारत में क्या हैं बच्चों के अधिकार

हर साल दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता है। लेकिन भारत में इसे पंडित नेहरू की जयंती पर मनाने का निर्णय लिया गया। 


 "सत्य और सौंदर्य की खोज एक ऐसा क्रियाकलाप है, जिसमें हमें जीवन भर बच्चे बने रहने की अनुमति है।" - अल्बर्ट आइंस्टीन

भारत में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन, 14 नवंबर, को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि उन्हें बच्चों से बहुत प्रेम था और बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कह कर पुकारते थे। यह दिन स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को भावभीनी श्रद्धांजलि है। 

  • इस दिन का मुख्य उद्देश्य बच्चों के प्रति जागरूकता को बढ़ाना और उन्हें एक सुरक्षित, खुशहाल और शिक्षा से भरपूर जीवन देने की दिशा में कार्य करना है।
  • भारत में बाल दिवस की शुरुआत पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन पर हुई, जिन्हें बच्चे ‘चाचा नेहरू’ के नाम से जानते थे।
  • 1954 में, संयुक्त राष्ट्र ने 20 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस घोषित किया। हर साल दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता है।
  • बाल दिवस का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना, उन्हें सुरक्षित वातावरण देना और उनकी शिक्षा व स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना है। 
  • बाल दिवस पर बच्चों के प्रति बढ़ते अत्याचार, बाल श्रम, और शिक्षा की कमी जैसी समस्याओं पर जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
"बच्चे वे हाथ हैं, जिनके द्वारा हम स्वर्ग को थाम लेते हैं।" - हेनरी वार्ड बीचर

भारत में बच्चों के कई मौलिक अधिकार संविधान और विभिन्न बाल अधिकार अधिनियमों...

  1. हर बच्चे को कानून के तहत समान व्यवहार और सुरक्षा का अधिकार है (अनुच्छेद 14)
  2. बच्चों के साथ धर्म, जाति, लिंग, नस्ल या जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए (अनुच्छेद 15)
  3. बच्चों को जीवन, स्वतंत्रता और सुरक्षा का अधिकार है (अनुच्छेद 21)
  4. बच्चों को तस्करी और बंधुआ मजदूरी से बचाया जाना चाहिए (अनुच्छेद 23)
  5. 6 से 14 वर्ष के बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार है (अनुच्छेद 21A)
  6. 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को खतरनाक नौकरियों में काम पर नहीं रखा जा सकता (अनुच्छेद 24)
  7. बच्चों को स्वास्थ्य सेवा, पोषण और समग्र विकास के अवसर मिलने चाहिए (अनुच्छेद 39(f))
  8. बच्चों को उन मामलों में अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है जो उन्हें प्रभावित करते हैं और उनकी राय को महत्व दिया जाना चाहिए (बाल अधिकार)
  9. हर बच्चे को नाम, राष्ट्रीयता और पारिवारिक संबंधों का अधिकार है।
  10. बच्चों को सभी प्रकार के दुर्व्यवहार, हिंसा और शोषण से बचाया जाना चाहिए।
 "सबसे बड़ा उपहार, जो आप अपने बच्चों को दे सकते हैं, वह है जिम्मेदारी की जड़ें और स्वतंत्रता के पंख।" - डेनिस वेटली


आइए जानते हैं देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के बारे में कुछ दिलचस्प फैक्ट्स...

  1. जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद उत्तर प्रदेश भारत में हुआ था। उन्होंने अपना बचपन आनंद भवन में बिताया था।
  2. आनंद भवन का पुराना नाम स्वराज भवन था, जिसका निर्माण उनके पिता मोतीलाल नेहरू ने वर्ष 1930 में करवाया था।
  3. पंडित नेहरू पढ़ाई के लिए वर्ष 1907 में ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज चले गए और यहां से 1910 में स्नातक की उपाधि हासिल की थी।
  4. जवाहरलाल नेहरू को पंडित नेहरू भी कहा जाता था, क्योंकि वह कश्मीरी पंडित समुदाय से ताल्लुक रखते थे।
  5. देश के पहले प्रधानमंत्री को को आधुनिक भारत का वास्तुकार भी कहा जाता है।
  6. जवाहरलाल नेहरू के दिल्ली स्थित आवास 'तीन मूर्ति भवन' को 'नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय' में बदल दिया गया।
  7. पंडित नेहरू ने 15 अगस्त 1947 को प्रधानमंत्री का पद संभाला था और प्रसिद्ध भाषण ट्रिस्ट विद डेस्टिनी दिया था।
  8. 27 मई, 1964 को पंडित नेहरू का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
अस्वीकरण: इस लेख में केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं।

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