Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

Responsive Advertisement

KD CLASSROOM : दूरदर्शन का संक्षिप्त इतिहास (Brief History of Doordarshan)

दूरदर्शन (Doordarshan), भारत सरकार द्वारा स्थापित एक स्वायत्त सार्वजनिक सेवा प्रसारक है, जिसके प्रसारण अधिकार, प्रसारण मंत्रालय के पास है। यह भारत सरकार द्वारा नामित प्रसार भारती के अंतर्गत चलाया जाता है।

दूरदर्शन का संक्षिप्त इतिहास (Brief History of Doordarshan).... 


  • 'दूरदर्शन' के प्रसारण की शुरूआत 15 सितंबर, 1959 को प्रयोगात्‍मक आधार पर आधे घण्‍टे के लिए शैक्षिक और विकास कार्यक्रमों के रूप में शुरू किया गया। 
  • भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने दिल्ली के आकाशवाणी स्टूडियो में इसे "टेलिविजन इंडिया" के नाम से शुरू किया था। इसे शुरू करने के लिए यूनेस्को ने 20 हजार डॉलर की सहयोग राशि और 180 फिलिप्स के टीवी सेट दिए थे।
  • शुरुआत में दूरदर्शन पर रोज़ प्रसारण नहीं होता था, बल्कि हफ़्ते में दो-तीन दिन ही प्रसारण होता था, वह भी आधे-आधे घंटे के लिए । "प्रतिमा पुरी" पहली (महिला भी) न्यूज़रीडर थी। 
  • प्रसार-कक्ष तथा प्रेषित्रो की आधारभूत सेवाओं के लिहाज़ से यह विश्व का दूसरा सबसे विशाल प्रसारक है।
  • साल 1965 में पहली बार इस पर दैनिक एक घंटे का प्रसारण शुरू किया गया।
  • 1966 में कृषि दर्शन कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसने देश में हरित क्रांति की पहल हुई।
  • 'कृषि दर्शन' पहला कार्यक्रम था। यह 26 जनवरी, 1967 से शुरू हुआ और भारतीय टेलीविजन पर सबसे लंबे समय तक चलने वाले कार्यक्रमों में से एक है।
  • 1975 में इसका नामकरण ‘दूरदर्शन’ नाम से किया गया, 1975 तक सिर्फ 7 शहरों तक ही सीमित था।
  • 'दूरदर्शन' नाम कवि सुमित्रानंदन पंत ने दिया था। अभी तक दूरदर्शन और आकाशवाणी एक ही विभाग थे, लेकिन 1 अप्रैल, 1976 में "आकाशवाणी और दूरदर्शन" को अलग-अलग किया गया और दूरदर्शन को एक अलग विभाग बनाया गया।   
  • 1976 में पंडित रविशंकर ने उस्ताद अहमद हुसैन खान के साथ मिलकर दूरदर्शन की सिग्नेचर ट्यून बनाई। इसका लोगो बनाने की जिम्मेदारी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन को सौंपी गई थी। देवाशीष भट्टाचार्य के डिजाइन को चुना गया और वह बना दूरदर्शन का लोगो।
  • पहले दूरदर्शन पर सभी प्रसारण सिर्फ ब्लैक एंड व्हाइट में दिखाए जाते थे, लेकिन साल 1982 में दिल्ली में 9वां एशियाई खेल का आयोजन हुआ और इसी समय दूरदर्शन पर पहली बार रंगीन प्रसारण हुआ।
  • 15 अगस्त 1982 को भारत के प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के लाइव प्रसारण के साथ भारत में रंगीन टीवी पेश की गई।  
  • 1986 में शुरू हुए 'रामायण' और इसके बाद 'महाभारत' के प्रसारण के दौरान रविवार की सुबह देश भर की सड़कों पर कर्फ्यू जैसा सन्नाटा पसर जाता था और लोग सड़कों पर अपनी यात्रा 'रामायण' और 'महाभारत' के प्रसारण के दौरान नहीं करते थे। कार्यक्रम के दौरान लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करके अगरबत्ती और दीपक जलाकर रामायण का इंतजार करते थे और एपिसोड के खत्म होने पर बकायदा प्रसाद बांटी जाती थी। 
  • 3 नवंबर, 2003 में दूरदर्शन का 24 घंटे चलने वाला 'समाचार चैनल' शुरू हुआ। 
  • डीटीएच सेवा डीडी डायरेक्‍ट + का शुभारंभ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा 16 दिसम्बर 2004 को किया गया। अंडमान और निकोबार को छोड़कर इसके सिगनल पूरे भारत में एक रिसीवर प्रणाली से मिलते हैं।
  • 2012 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए, खेलों के उद्घाटन और समापन समारोहों के लाइव प्रसारण अपने राष्ट्रीय चैनल पर प्रसारित किए गए। 
  • "डीडी किसान" भारतीय कृषि 24 घंटे के टेलीविजन चैनल है, जो दूरदर्शन के स्वामित्व में है और इसे 26 मई, 2015 को शुरू किया गया था।
  • 17 नवंबर 2014 को, दूरदर्शन ने गुलाबी और बैंगनी की एक नई थीम के साथ फिर से शुरू किया, जिसमें एक नया पंच लाइन, "देश का अपना चैनल", दूरदर्शन के महानिदेशक विजयलक्ष्मी छाबरा ने यह घोषणा की थी। 

कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:-  

  • पहला टीवी धारावाहिक "लड्डू सिंह टैक्सीवाला (1976)" 1980 के दशक, हम लोग (1984), बुनियाद (1986-87) और नुक्कड़ जैसे शो विख्यात रहे। 
  • पौराणिक शो "रामायण (1987-88) और महाभारत (1989-90) ने पौराणिक और ऐतिहासिक शो के लिए मार्ग प्रशस्त किया। 

रेडियो का इतिहास (History of Radio)..

  1. मारकोनी कंपनी ने अनेक प्रयोगों के बाद 23 फरवरी, 1920 को पहले सफल रेडियो प्रसारण का प्रदर्शन किया।
  2. नवंबर, 1922 से दैनिक प्रसारण की व्यवस्था की जा सकी, उसी समय ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी (बीबीसी) की स्थापना हुई।
  3. शीघ्र ही बंबई केंद्र 23 जुलाई, 1927 को स्थापित किया गया, उसके एक महीने के अंतर से 26 अगस्त 1927 को कलकत्ता (अब कोलकाता) में दूसरा रेडियो स्टेशन लगा।
  4. “इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी” 1926 से रेडियो-प्रसारण के क्षेत्र में आई।
  5. दिल्ली रेडियो की स्थापना “स्टेट ब्रॉडकास्टिंग सर्विस” के अंतर्गत पहली जनवरी, 1936 को हुई।
  6. जून 1936, सर्विस का फिर से नामकरण होकर “ऑल इंडिया रेडियो” का नाम मिला और 1938 में लाहौर रेडियो स्टेशन बना।
  7. एआईआर के “न्यूज़ सर्विसेज़ डिवीज़न और एक्सटर्नल ब्रॉडकास्ट ” के असरदार प्रसारण के लिए व्यवस्थित रूप से अलग बड़े विभागों का गठन किया गया।

 अन्य चैनल की शुरुआत..... 

  • दिल्ली (9 अगस्त, 1984), मुम्बई (1 मई, 1985), चेन्नई (19 नवम्बर, 1987), कोलकाता (1 जुलाई, 1988)      
  • मेट्रो चैनल शुरू करने के लिए एक दूसरे चैनल की नेटवर्किंग (26 जनवरी, 1993)      
  • अंतरराष्‍ट्रीय चैनल डीडी इंडिया की शुरूआत (14 मार्च, 1995)      
  • प्रसार भारती का गठन ('भारतीय प्रसारण निगम') (23 नवम्बर, 1997)      
  • डीडी स्‍पोर्ट्स की शुरूआत (18 मार्च, 1999)      
  • संवर्धन/सांस्‍कृतिक चैनल की शुरूआत (26 जनवरी, 2002)      
  • 24 घण्‍टे के समाचार चैनल डीडी न्‍यूज की शुरूआत (3 नवम्बर, 2002)      
  • निशुल्‍क डीटीएच सेवा डीडी डाइरेक्‍ट + की शुरूआत (16 दिसम्बर, 2004) 
नोट - विभिन्न माध्यमों से संग्रहित जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ